नमक हरामी करना मुहावरे का क्या अर्थ होता है? Namak Haraami Karna Muhavare ka Meaning in Hindi.

Namak Haraami Karna Muhavara Meaning in Hindi / नमक हरामी करना मुहावरे का अर्थ।

मुहावरा - "नमक हरामी करना"।

“नमक हरामी करना” मुहावरे का व्याख्या –

“नमक हरामी करना” यह हिंदी भाषा मे अत्यधिक प्रयोग होने वाला मुहावरा है। इसका अर्थ किसी का उपकार ना मानना अथवा किसी का अन्न खाकर उसी के साथ धोखा करना या छल करना होता है।
व्याख्या – विनोद ने अपने दोस्त किशोर के साथ नमक हरामी कर दिया। विनोद और किशोर दोनो अच्छे दोस्त थे। विनोद हमेशा किशोर के घर आता रहता था। एक दिन जब विनोद किशोर के घर गया तो किशोर घर पर नही था। घर पर किशोर की बहन अकेली थी। उसे देख कर विनोद के मन मे वासना जाग गयी। विनोद किशोर के किये हुए सारे उपकारों और एहसानो को भुला कर विनोद की बहन के साथ दुर्व्यवहार किया। वह फिर विनोद शहर से दूर चला गया। विनोद का अपने दोस्त किशोर के किये हुए उपकारों और एहसानो को भुलाना ही “नमक हरामी करना” कहलाता है।

Namak Haraami Karna Muhavare ka Arth / नमक हरामी करना मुहावरे का अर्थ।

  • मुहावरा – “नमक हरामी करना”।
    – (Muhavara : Namak Haraami Karna).
  • हिंदी मे अर्थ – अकृतज्ञ होना / कपटी / एहसान न मानने वाला / उपकार न मानने वाला / जो किसी का अन्न खाकर उसी के साथ धोखा या छल करे।
    – (Meaning in Hindi : Akritgya Hona / Kapati / Ehsaan na Manane Wala / Upkaar na Manane Wala / Jo kisi ka Ann Khakar Usi ke Sath Dhokha Ya Chhal Karana).

“नमक हरामी करना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Namak Haraami Karna Muhavare ka Vaky Prayog.

“नमक हरामी करना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग नीचे दिये गये उदाहरणों के माध्यम से समझा जा सकता है।

उदाहरण-1.

अशोक का इस तरह से रीना जी के साथ नमक हरामी करना ठीक नही है। अशोक जब रोड पर लावारिशों की तरह घूम रहा था, तो रीना जी ने ही उसको अपने घर ला कर खाना खिलाया और उसको एक अच्छी जगह नौकरी दिलायी । अशोक नौकरी करते हुए काफ़ी तरक्की कर लिया और अपनी मालिक के ही बेटी से सादी कर ली। अब अशोक काफ़ी धनवान बन चुका था। रीना जब बहोत मुसीबत मे थी तो वो अशोक के पास मदत मांगने गयी। लेकिन अशोक तो रीना जी को पहचानने से भी इनकार किया। रीना जी का किया हुआ सारा उपकार अशोक ने भुला दिया। अशोक का रीना जी के एहसानो को न मानना ही “नमक हरामी करना” कहलाता है।

उदाहरण- 2.

राहुल को शारदा ने बचपन से ही पाला पोषा और एक समझदार इंसान बनाया। शारदा अपनी पुरु ज़िंदगी राहुल को ही पालने मे बिता दिया। राहुल पढ़ लिख कर बड़ा आदमी बन गया और अपनी मर्ज़ी से सादी कर लिया। राहुल को जब ये पता चला की शारदा उसकी असली मा नही है तो वो घर छोड़ कर चला गया। राहुल शारदा के किये हुये सारे एहसानो और उपकारों को भुला दिया। शारदा को अब सहारे की जरूरत थी लेकिन जिसे वो अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करती थी वही उसे अकेला छोड़ दिया। राहुल का इस तरह से शारदा के उपकारों को भुलाने को ही “नमक हरामी करना” कहते है।

उदाहरण- 3.

रोशन के साथ अमन ने नमक हरामी कर दी। अमन रोशन के बहनोई थे। अमन के सादी के बाद रोशन ने अमन की बहोत मदत की थी। अमन के करोबार को बढ़ाने के लिए रोशन ने काफ़ी मदत किया था। रोशन का एक टेंडर पास होने वाला था। लेकिन अमन ने धोखे से वो टेंडर अपने नाम पर पास करवा लिया। अमन ये भूल गया की रोशन ने उसकी कितनी मदत की थी। रोशन के इतने एहसान थे की अमन कभी भी उसे चुका नही पाता। फिर भी गलत इरादों के चलते अमन के किये हुए उपकारों को रोशन का इस तरह से भुला देना ही “नमक हरामी करने” के समान है।

हमें उम्मीद है कि इन उदाहरणों को पढ़ कर आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ मे आ गया होगा। अपने सुझाव देने के लिए हमें कमेंट जरूर करें।

… … धन्यवाद !

 

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