भांडा फूटना मुहावरे का क्या अर्थ होता है? Bhaanda Phootana Muhavara Meaning in Hindi.

Bhaanda Footana Muhavare Ka Meaning in Hindi / भांडा फूटना मुहावरे का अर्थ।

मुहावरा - "भांडा फुटना"।
“भांडा फूटना” मुहावरे का व्याख्या –

“भांडा फूटना” यह हिंदी भाषा में बोले जाने वाला एक महत्वपूर्ण मुहावरा है। इसका अर्थ भेद प्रकट करना अथवा पोल खुलना होता है।
व्याख्या – आखिरकार अशोक का भांडा फूट ही गया। अशोक स्टील की फैक्ट्री में अकाउंटेंट का काम करता था। अशोक अकाउंट में हेरा फेरी कर के बहुत सारा धन जमा कर चुका था। फैक्ट्री के मालिक कभी कभार ही फैक्ट्री आते थे। इसलिए अशोक का हिम्मत बढ़ गया था। कम्पनी अच्छे से चलने पर भी कई महीनों से कम्पनी को ज्यादा फायदा नही हो रहा था। इसलिए फैक्ट्री के केयरटेकर को अशोक पर संदेह हुआ। केयरटेकर ने कम्पनी के मालिक को बुला कर जब अकाउंट का छान-बिन करवाया तो अशोक की हेरा फेरी पकड़ा गया और उसका रहस्य खुल गया या यूं कहे की अशोक का पोल खुल गया। और उसे नौकरी से तुरंत ही बर्खास्त कर दिया गया। अर्थात अकाउंटेंट अशोक का रहस्य खुलना अथवा पोल खुलना ही “भांडा फूटना” कहलाता है।

Bhaanda Phootana Muhavare ka Meaning in Hindi / “भांडा फूटना” मुहावरे का अर्थ।

  • मुहावरा – “भांडा फुटना”।
    – (Muhavara : Bhaanda Phootana).
  • हिंदी में अर्थ – भेद प्रकट करना / रहस्य खोलना / पोल खुलना / भेद खुल जाना / गुप्त बात प्रकट होना।
    – (Meaning in Hindi : Bhed Prakat Karna / Rahasy Kholna / Pol Khulna / Bhed Khul Jana / Gupt Baat Prakat Hona).

“भांडा फूटना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Bhaanda Phootana Muhavare Ka Vaky Prayog.

“भांडा फूटना” इस मुहावरे का वाक्य प्रयोग नीचे दिये गये उदाहरणों के माध्यम से समझा जा सकता है।

उदाहरण- 1.

मालती रमेश के घर की नौकरानी थी। वह रसोई का काम देखती थी। मालती स्वभाव से लालची थी। वह चोरी छिपे घर का कुछ न कुछ सामान चुरा ले जाया करती थी। घर के लोग परेशान थे की आखिर सामान चुरा कौन रहा है या फिर कहा गायब हो जा रहा है। रमेश ने घर के सभी सदस्यों और नौकरो से पूछताछ किया लेकिन किसी ने कुछ नही बोला। चोर को पकड़ने के लिए रमेश को एक युक्ति सूझी।

रमेश ने बिना किसी को बताये घर में ख़ुफ़िया कैमरा लगा दिया। मालती तो अपनी आदत से मजबूर थी। उसने फिर से घर में चोरी की और चुपचाप सामान लेकर चली गयी। इस बार चोरी हुई तो रमेश ने फिर से सबको बुलाया और कैमरे का फूटेज़ सबके सामने चालू किया। फूटेज़ चालू होते ही मालती का भंडा फुट गया। अर्थात मालती का पोल खुल गया और सबको पता चल गया की चोरी मालती ही करती थी। मालती का रहस्य खुलना अथवा पोल खुलना ही “भांडा फूटना” कहलाता है।

उदाहरण- 2.

मीडिया वालो ने नेता जी का जब भंडा फोड़ा तो वो चुनाव में हार गये। नेता जी चुनाव जितने के लिए प्रचार प्रसार कर रहे थे। नेता जी वोट खरीदने के लिए पैसे भी बाट रहे थे। पैसे बाटते हुए किसी ने उनका वीडियो बना लिया। और मीडिया वालो को दे दिया। वोटिंग से पहले ही मीडिया वालो ने उनका पैसे बाटने का वीडियो टेलीविज़न पर दिखा दिया और साथ ही साथ सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। वीडियो वायरल होते ही नेता जी का वोट खरीदने का पोल खुल गया और वो चुनाव हार गये। नेता जी का वोट खरीदने का पोल खुलना ही “भांडा फूटना” कहलाता है।

उदाहरण- 3.

वर्मा जी की ज्वेलरी की दुकान थी। वर्मा जी ने हिसाब करने के लिए एक मुनीब रखा था। मुनीब पैसो में हेरा फेरी करता था। जिसकी खबर वर्मा जी को नही था। एक दिन वर्मा जी ने मुनीब से आजतक का हिसाब मांगा। हिसाब करने की बात सुनकर मुनीब का पसीना छूटने लगा। और फिर जब पुरा हिसाब हुआ तो मुनीब का हेरा फेरी करने का पोल खुल गया। मुनीब का हेरा फेरी करने का भेद खुलने अथवा पोल खुलने को ही “भांडा फूटना” कहते हैं।

हमें उम्मीद है की आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आगया होगा। अपने सुझाव देने के लिए हमें कमेंट करे।

… … धन्यवाद।

 

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