इंटरनेट का इतिहास क्या है ? History of Internet in Hindi.

1967 में ARPA संस्था ने एक प्रोजेक्ट पेश किया जिसे “ARPANET” नाम दिया गया। इस प्रोजेक्ट में प्रत्येक कप्यूटर को IMP (Interface Message Processor) के साथ जोड़ा गया | यह ऐसा IMP था जो आपस में कम्युनिकेशन करने में सक्षम थे |

Internet.

इंटरनेट की बात करे तो आज के समय में यह हम सबके जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। इंटरनेट हम सबके जीवन से इस तरह जुड़ गया है कि इसके बिना आज जीवन की कल्पना करना मुश्किल है। यह हम सबके दिनचर्या में इस तरह घर कर गया कि इसके बिना जीवन की संकल्पना बहुत मुश्किल हो जाएगी। सोने अलावा जो भी समय हमसब के पास है उसमे से ज्यादातर समय इंटरनेट पर गुजरता है। चाहे वह पढ़ाई को लेकर हो, मनोरंजन देखने को लेकर हो, कुछ डेटा रिसर्च के लिए हो, गेम खेलने को लेकर हो इत्यादि ऐसे विषय है, जहा पर हम इंटरनेट की मदद लेते है।

इंटरनेट के अविष्कार ने मानव जीवन को सुगम और आसान बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। जैसे कि यदि हमे कोई भी जानकारी चाहिए तो हम उसे इंटरनेट के माध्यम से बहुत ही आसानी से प्राप्त कर सकते है। इंटरनेट का अविष्कार मानव जीवन के साथ -साथ टेक्नोलॉजी के विस्तार के लिए एक वरदान साबित हुआ है।

तो अब आप जरूर ही ये भी जानना चाहेंगे कि इंटरनेट का आविष्कार कैसे हुआ और कहा पर हुआ एवं किन परिस्थियों में हुआ।

तो दोस्तों आइये अब हम जान लेते है इंटरनेट का क्या है इतिहास और कैसे हुआ इसका विकास।

इंटरनेट का इतिहास क्या है ? (History Of Internet)

1960 में जब अमेरिका और रूस मध्य सीत युद्ध (Cold War) छिड़ा था। इसी युद्ध के दौरान तकनिकी (Technology) के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अमेरिका को अपने सभी कम्प्यूटर्स को एक साथ Connect करने की जरुरत महसूस हुई। इसी उद्देश्य से 1962 में अमेरिका ने Department Of Defense (DOD) के अंतर्गत ARPA (Advanced Research Projects Agency) नामक एक संस्था बनायी। ARPA का पहला मुख्य उद्देश्य था अमेरिकी Defense के सभी कम्प्यूटर्स को आपस में जोड़ना।

ARPANET

1967 में ARPA संस्था ने एक प्रोजेक्ट पेश किया जिसे “ARPANET” नाम दिया गया। इस प्रोजेक्ट में प्रत्येक कप्यूटर को IMP (Interface Message Processor) के साथ जोड़ा गया | यह ऐसा IMP था जो आपस में कम्युनिकेशन करने में सक्षम थे |

अब IMP (Interface Message Processor) की मदद से दो कंप्यूटर divise को आपस में जोड़कर कम्युनिकेशन किया जा सकता था। इस तरह दो डिवाइस के बिच कम्युनिकेशन की शुरुवात हुई। यह बहुत बड़ी सफलता थी ARPA (Advanced Research Projects Agency) संस्था के लिए। और यही से एक प्रकार के नेटवर्क की नींव पड़ती है जिसे हम सब इंटरनेट के नाम से जानते है। यह सफलता इंटरनेट के विकास का पहला चरण था। और यही एक नए युग की शुरुआत होती है, जिसे इंटरनेट युग कहा जाता है।

यह छोटे नेटवर्क पर आधारित मॉडल था जिसमे केवल दो कंप्यूटर को IMP की मदद से connect करके Divice को आपस में Communicate कराया जा सकता था। इसमें एक प्रकार से Network मॉडल स्थापित किया जा चूका था। इसलिए इसका नाम ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) रख दिया गया |

1974 में Vint Cerf और Kahn ने दो Computer को आपस में जोड़ने के लिए TCP (Transmission Control Protocol) का प्रयोग किया। Vint Cerf ने ही इंटरनेट का आर्किटेक्चर तैयार किया था और टीसीपी/आईपी (TCP/IP) प्रोटोकॉल को Co-design भी किया था। इसीलिए Vint Cerf को Father of Internet भी जाना जाता है |

इंटरनेट का वर्षगाठ

1 जनवरी 1983 को इंटरनेट का आधिकारिक वर्षगाठ मनाया जाता है। इसी दिन TCP/IP प्रोटोकॉल का एक स्टैण्डर्ड मॉडल जारी किया गया था। दोस्तों TCP/IP (Transfer Control Protocol /Internet Protocol) एक बड़ा Topic हो जायेगा और थोड़ा टेक्निकल भी हो जायेगा। इसके बारे में हम विस्तार से अन्य एक आर्टिकल में बात करेंगे। फ़िलहाल तो संक्षिप्त में देख लेते है कि टीसीपी /आईपी (TCP/IP) क्या होता है।

टीसीपी /आईपी (TCP/IP)

टीसीपी/आईपी एक प्रकार के नियम होते है, जो यह निर्णय लेने में मदद करता है कि इंटरनेट कैसे काम करेगा।

सभी प्रकार के नेटवर्क और प्रोटोकॉल TCP/IP मॉडल पर ही आधारित होते है।

यह मॉडल एन्ड-टू-एन्ड कंमुनिकेशन की भूमिका निभाता हैं।

TCP/IP मॉडल का मुख्य उद्देश्य अधिक दूरी पर कम्युनिकेशन करने में मदद करता है।

इस मॉडल के द्वारा लंबी दूरी पर स्थित नेटवर्क से भी कम्युनिकेशन किया जा सकता है।

जब बहुत सारे कंप्यूटर नेटवर्क्स आपस में जुड़े होते हैं तो यह मॉडल हमें वर्चुअल नेटवर्क बनाने में मदद करता है।

यह डाटा ट्रांसफर करने से पहले कनेक्शन को पूरी तरह से वेरीफाई करता है कि Receiver Device से कनेक्शन स्थापित हुआ है या नहीं।

TCP/IP (Transfer Control Protocol/Internet Protocol) से पहले ऐसा कोई स्टैण्डर्ड मॉडल नहीं था जिससे कि कंप्यूटर (Device), नेटवर्क में एक -दूसरे के साथ संपर्क (संवाद) कर सके। ऐसे में TCP/IP (Transfer Control Protocol/Internet Protocol) का विकास हुआ। यही से इंटरनेट के एक बड़े स्वरूप का विकास हुआ। अब इंटरनेट के कम्युनिकेशन करने के तरीके में काफी बदलाव आ चका था। जोकि पहले से बहुत ही अलग था।

भारत में इंटरनेट की शरुआत कब और कैसे हुई (Bharat Me Internet ki Shuruat Kab Hui)

भारत में सबसे पहले इंटरनेट की शुरुवात 1995 में विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) द्वारा किया गया था। विदेश संचार निगम लिमिटेड ने सबसे अपने टेलीफ़ोन लाइन के माध्यम से दुनिया के सारे कंप्यूटर को भारत के साथ आपस में जोड़ने का काम किया।

शुरुआती दिनों में भारत के लोगो ने इंटरनेट के प्रति अधिक रुचि नहीं ली। इसके कई कारण थे जैसे लोगो में इसके प्रति जानकारी का अभाव भी था। दूसरा कहे तो इंटरनेट की स्पीड भी बहुत ही धीमी थी। और सबसे बड़ा कारण कह सकते है कि इंटरनेट का प्लान काफी महँगा था। आज के टाइम पर तो इंटरनेट के स्पीड के बारे में क्या कहना।

फिर कुछ समय के बाद 1996 -97 आते आते लोगो की रुचि इंटरनेट के प्रति बढ़ने लगी। भारत सरकार ने 1998- 99 में भारतीय निजी कंपनियों (जैसे airtel, vodafone, idea… etc) को भी इंटरनेट की सर्विस, जनता तक उपलब्ध कराने की अनुमति दे दी।

शुरुवाती दिनों में भारत में कुछ गिनती के लोग ही इंटरनेट का उपयोग करते थे। कहा जाये तो भारत में इंटरनेट नाममात्र के लिए था। लेकिन धीरे धीरे यह संख्या आज कितनी बढ़ गयी है, आपको अंदाज़ा है इसका। चलिए हम आपकी मदद करते है संख्या बताने में। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2022 तक भारत में इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगो की संख्या 84 करोड़ पहुंच गयी है।

आज के समय में इंटरनेट लोगो के जीवन का इस तरह हिस्सा बन गया है कि अब इंटरनेट भारतीय लोगो के लिए मौलिक अधिकार से जोड़ दिया गया है।

आज के समय में दुनियाभर में सबसे ज्यादा इंटरनेट का उपयोग करने वाले देशो के नाम

सबसे अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं वाला देश चीन है और उसके बाद भारत एवं अमेरिका है।

  1. चीन में लगभग एक अरब से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग करते है। चीन की कूल जनसंख्या के 72% लोग।
  2. भारत में लगभग 84 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग करते है। भारत की कूल जनसंख्या के 60% लोग।
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 30 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग करते है. अमेरिका की कूल जनसंख्या के 91% लोग।
  4. इंडोनेशिया में लगभग 19 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग करते है। इंडोनेशिया की कूल जनसंख्या के 72% लोग।
  5. ब्राजील में लगभग 16 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग करते है। ब्राजील की कूल जनसंख्या के 77% लोग।

आपके जीवन का हिस्सा कैसे बना हुआ है इंटरनेट आइये जानते है।

मैसेजिंग के क्षेत्र

पहले के लोग जो देश विदेश में उनके सगी समबन्धी होते थे, उनतक अपनी बात पहुंचाने के लिए चिट्ठियां लिखा करते थे। और चिट्ठी को पहुंचने में हप्तो- महीनो लग जाते थे। लेकिन आज के समय में क्या पूछना अपना सन्देश दुसरो तक पहुंचने में हम सब जरा भी देर नहीं करते है। बात हमारे दिमाग में अभी सही से आयी भी न हो, हम सब अपना सन्देश फॉरवर्ड कर देते है।

इसके लिए कितने सारे विकल्प है आपके पास, आप भली भाति परिचित है। और उसका उपयोग भी कर रहे होंगे। जैसे कि Email, Facebook, Whatsapp, Instagram, Teligram, Twitter ….. etc . इनका उपयोग करके आप अपना सन्देश कुछ सेकण्ड्स में भेज देते है। यह सब कैसे संभव हो पाया दोस्तों। यही तो है इंटरनेट की देन जिसने दुनिया के बात करने के तौर तरीके बदल दिए।

शिक्षा के क्षेत्र में

इंटरनेट का शिक्षा के क्षत्रे में अहम भूमिका है। खास कर कोरोना के बाद हम सब ने देखा है यह। स्कूल कॉलेजो जैसी सभी संस्थाओं ने इंटरनेट के माध्यम से ही शिक्षा के सभी प्रकार के गितिविधियों को पूरा कराया। आज के समय पर ज्यादातर कोचिंग संस्थान ऑनलाइन माध्यम से अपने प्रोग्राम संचालित कर रहे है। जिससे विद्यार्थियों की शिक्षा तक पहुंच आसान हुई है और सस्ती भी।

इसी इंटरनेट क्रांति के वजह से नये और बड़े बड़े कोचिंग संस्थान उभरकर सामने आये है। और भी ऐसे अनेक क्षेत्र है शिक्षा जगत में जहा नए नए बदलाव हुए है जैसे आप किसी भी किताब को ऑनलाइन पढ़ने सकते है। आप अपने सुबिधा के अनुसार ऑनलाइन परीक्षा दे सकते है जिस संस्थानों के पास ऐसी सुविधाएं उपलब्ध है। आज के समय में लगभग सभी विषय की सामग्री डिजिटल डेटा के रूप में आप इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।

और भी अनेक प्रकार के ऐसे क्षेत्र है जहा इंटरनेट ने उनके पुराने तौर तरीके बदले है जैसे कि।

  • बैंकिंग के क्षेत्र में
  • कृषि के क्षेत्र में
  • मनोरंजन के क्षेत्र में
  • व्यवसाय के क्षेत्र में
  • ग्राहकों के खरीदारी करने के तौर तरीको के क्षेत्र में
    खेल के क्षेत्र में
    … … etc.
    ऐसे सभी क्षेत्र है जहा इंटरनेट की दुनिया ने इन सेक्टर्स को एक नई दिशा दी है। जिसके कारन इन क्षेत्रों की, उपभोक्ता तक पहुंच और अधिक बढ़ी है, और उपभोक्ताओ के लिए इन सेक्टर्स की सुविधाएं आसान और सस्ती भी हुई है।

Read More …

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here