कंगाली में आटा गीला होना मुहावरें का अर्थ / Kangali Mein Aata Geela Hona Meaning.

Kangali Mein Aata Geela Hona Meaning in Hindi.

मुहावरा - "कंगाली में आटा गीला होना"।

“कंगाली मे आटा गिला होना” का यह मतलब होता है की ग़रीबी मे और ग़रीबी आना। या यू कहे की समस्या मे और समस्या होना। या फिर मुसीबत मे दूसरे मुसीबत का आना।

वाक्य प्रयोग –

उदाहरण के लिए यह मान लीजिये कि मै एक स्कूल मे सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हू । मेरे घर की स्तिथि ठीक नही है। सब लोग बहोत परेशान है। किसी का तबियत खराब है। किसी का काम नही चल रहा है। अब घर के सभी लोगो की उम्मीद मुझपर ही टिकी है। मेरा भी विद्यालय मे कुछ अच्छा नही चल रहा है। अपनी तनख्वाह को लेकर बहोत चिंतित रहता हू। विद्यालय के तनख्वाह (सैलरी) पर ही घर की उम्मीद टिकी है।

अचानक मेरी भी तबियत खराब हो जाती है। और डॉक्टर ने मुझे आराम करने को बोला है। जैसे ही मेरी तबियत खराब हुई और मुझे आराम करने के लिए कहा गया वैसे ही “कंगाली मे आटा गीला” हो गया। घर वालो के लिए तो जैसे मुसीबत मे और मुसीबत आगयी। इस वाक्य प्रयोग से हमे यह पता चला की कैसे जिससे हमे उम्मीद रहती है अगर वो भी उम्मीद खत्म हो जाये तो “कंगाली मे आंटा गीला” हो जाता है।

कंगाली में आटा गीला होना मुहावरे का अर्थ / Kangali Mein Aata Geela Hona Meaning in Hindi.

  • मुहावरा – “कंगाली में आटा गीला होना”।
  • हिंदी में अर्थ – ग़रीबी में और ग़रीबी आना / मुसीबत में मुसीबत का आना / परेशानी में और परेशानी का आजाना / बिपरीत परिस्तिथि मे अनचाहा होना।

“कंगाली में आंटा गीला होना” इस मुहावरे का मतलब नीचे उदाहरण देकर विस्तार पूर्वक समझाया गया है। / Kangali Mein Aata Geela Hona Muhaavare ka Vaky prayog.

उदाहरण 1.

एक गरीब किसान अपना जीवन यापन करने के लिए अपने खुद की खेती में दिन रात लग कर मेहन करता है। किसान के पास इतने पैसे नही होते है की जिससे वो ट्रेक्टर से अपने खेत की जुताई करवाता। किसान अपने खेत की खुदाई स्वयं करता है। किसान अपने खेत में फ़सल का बीज बोता है। कुछ दिनों में फ़सल तैयार होती है। लेकिन उस फ़सल मे टिड्डिया (किट- पतंग) लग जाती है। जिससे किसान के फ़सल का काफ़ी नुकसान होता है। फिर भी किसान हिम्मत करके अपने फसल को काटता है। फ़सल को सुखवाने के लिए किसान फ़सल को खेत में ही फैला देता है।

अगले दिन अचानक बहोत बारिस होती है। बेचारे गरीब किसान के लिए तो ये मुसीबत में और मुसीबत आगयी। मतलब की उसके लिए तो ये “कंगाली मे आंटा गीला होना” जैसा है। किसान तो गरीब था ही और इस बारिश की वजह से जो उसके फ़सल का नुकसान हुआ। जिसकी वजह से उसकी ग़रीबी मे और ग़रीबी आगयी। इस उदाहरण से यह निष्कर्ष निकलता है कि किसान के लिए उसके फ़सल में टिड्डियों का लगना और फिर बारिश का होना उसके लिए “कंगाली में आंटा गीला होना” जैसा था।

उदाहरण 2.

मै और मेरा दोस्त रवि गांव मे एक साथ रहते है। हम दोनो कि ज़िंदगी काफ़ी अच्छे से चल रही होती है। हम दोनो के परिवार वाले भी आपस मे अच्छे से रहते है। अचानक रवि के मां की तबियत काफ़ी खराब हो जाती है। रवि कि मां के इलाज मे काफ़ी ज्यादा पैसा खर्च होता है। अब आगे रवि को अपनी मां का इलाज करवाने के लिए पैसो का इंतेज़ाम करना है। उसे कुछ समझ में नही आता है कि वह क्या करे।

रवि अपनी मां को आकेला छोड़कर कही जा भी नही सकता। रवि ना चाहते हुए भी मुझसे कुछ पैसे उधार मांगता है। मै पैसे देकर रवि की मद्त करता हू। पैसो को लेकर जब रवि अस्पताल जा रहा होता है तो रास्ते मे ही चोर उसके पैसे को लेकर भाग जाता है। रवि इस सदमे मे वही जमीन पर बैठ जाता है। उसे कुछ समझ मे नही आता कि वह अब क्या करे। यह चोरी कि घटना रवि के लिए परेशानी मे और परेशानी लाने वाला था। यानी की रवि के लिए ये “कंगाली मे आंटा गीला होने” जैसा है।

उदाहरण 3.

मेरा काम बहोत अच्छे से चल रहा होता है। मै अपनी जरूरत के अनुसार सोच समझ कर खर्चे करता हु। फिजूल खर्चे से मै दूर ही रहता हु। एक दिन विज्ञापन में मैने शेयर मार्केट के बारे में पढ़ा। जिससे मुझे ये पता चला की कैसे पैसो को वहा पर लगा कर और भी ज्यादा पैसा बनाते है। पर इसमे रिस्क भी रहता है। फिर भी पता नही मुझे क्या सुझा की मैने अपने बचाये हुए पैसे शेयर मार्केट में दिया। कुछ दिनों में मुझे पता चला की मेरा सारा पैसा शेयर मार्केट में डूब गया। फिर क्या था मै परेशान रहने लगा। लोगो से उधार लेकर खर्चे चलाने लगा। फिर सोचा की एक बार और मुझे शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहिए।

मैने ऐसा ही किया। पर मेरे पास पैसे तो थे नही। मैने लोगो से उधार लिए और सारा पैसा फिर से शेयर मार्केट में लगा दिया। मैने ये सोचा की क्या पता इस बार जिस कम्पनी में मैने पैसे लगाए है उस कम्पनी का मार्केट वैल्यू बढ़ेगा। और मेरा पहले का भी डूबा हुआ पैसा वापस मिल जायेगा। मै बहोत डर डर कर रहने लगा। सिर्फ उन्ही पैसो के बारे में सोचता रहता। अचानक फिर से मुझे पता चला की मेरा इस बार का भी पैसा डूब गया।

… … … … उदाहरण 3. … …

ये समाचार तो मेरे लिए किसी मुसीबत से कम नही थी। मै पहले भी पैसों के लिए परेशान था और उसी परेशानी मे ये समाचार मिला। ये तो मेरे लिए “कंगाली में आंटा गीला होने” जैसा था। मै तो गरीब हो ही गया था पर उस गरीबी में और गरीबी आगयी। इन बिपरीत परिस्तिथियों में मेरे साथ अनचाहा हो गया। पैसो का डूबना मेरे लिए “कंगाली में आंटा गीला होना” जैसा है।

उम्मीद करता हु कि आप लोगो को इस मुहावरे (कंगाली में आंटा गीला होना) का अर्थ अच्छे से समझ मे आगया होगा। मैने पुरी कोशिश की है कि आपको अच्छे समझा पाऊ । फिर भी आपको कोई कमी लगती है ती कृपया आप मुझे कमेंट बॉक्स में लिख कर अपने सुझाव मुझ तक पहुचा सकते है।

 

Read More … …

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here