कान भरना मुहावरे का क्या अर्थ है? Kaan Bharna Muhavara Meaning in Hindi.

Kaan Bharna Muhavare ka Arth / कान भरना मुहावरे का अर्थ।

मुहावरा - "कान भरना"।

“कान भरना” मुहावारे का व्याख्या।
“कान भरना” इस मुहावरे का अर्थ चुगली करना होता है। या किसी से किसी के प्रति गलत बात करना। किसी के खिलाफ भड़काना।
मै अपने मित्र से कुछ बाते छिपा कर रखता हु। क्योकि वो दूसरों से मेरे खिलाफ गलत बाते करता है। यानी कि मेरे खिलाफ उनका “कान भरता” है।

Kaan Bharna Muhavare ka Arth / कान भरना मुहावरे का अर्थ।

  • मुहावरा – “कान भरना”।
  • हिंदी मे अर्थ – चुगली करना / किसी के खिलाफ किसी को भड़काना / किसी से किसी के प्रति गलत बात करना।

“कान भरना” मुहावारे का वाक्य प्रयोग / Kaan Bharna Muhavare ka Vaky Prayog.

“कान भरना” मुहावारे का व्याख्या निचे उदाहरण देकर समझया जा रहा है। ध्यान पूर्वक पढ़िए-

उदाहरण 1.

मै जब भी कुछ दिनों के लिए बहार जाता हु तो मेरी मां और मेरी पत्नी के बिच बहस जरूर होती है। और फिर जब मै घर आता हु तो मेरी मां मेरी पत्नी के खिलाफ मेरा “कान भरती” है। मतलब की मेरी मां मुझसे मेरी पत्नी की चुगली करती है। इसे ही कहते “कान भरना”

उदाहरण 2.

मेरे विद्यालय के उपप्रधानाचार्य से मेरी उतनी बनती है। क्यूकी मै उनकी हां मे हां नही मिलता हु। उनकी तारीफ नही करता हु। इसलिए वो मेरे खिलाफ विद्यालय प्रबंधक का कान भरते है। यानी की मेरे खिलाफ भड़काते है। इसी को कहते है “कान भरना”

उदाहरण 3.

महाभारत आप सब ने देखा होगा। उसमे शकुनी और दुर्योधन के बिच मे सबसे अत्यधिक जमती है। इसी arth फायदा उठा कर शकुनी हमेशा पांडवो के खिलाफ दुर्योधन का “कान भरता” है। ये समझ लीजिए की दुर्योधन को पांडवो के खिलाफ भड़कता है। इसे ही कहते है “कान भरना”

उदाहरण 4.

मेरा एक बहोत ही प्रिय मित्र है। जिसपे मै बहोत बिस्वास करता हु। हम दोनो कही जाते है  तो साथ मे ही  जाते है । मै अपनी सारी बाते उसके साथ साझा करता हू। पर वो ऐसा नही करता है। वह बहोत सी बाते छिपा लेता। सभी दोस्तों से मेरा बहोत अच्छा रिश्ता है। सब मुझे बहोत मानते है। पर मेरे दोस्त को थोड़ा कम। यह बात उसे बहोत चुभती है। इसी कारण वो सभी दोस्तों से मेरी बुराई करता है। वो हमेशा मेरे खिलाफ दूसरे मित्रो का भड़कता है। यही होता है “कान भरना”। यानी की मेरा दोस्त मेरे खिलाफ दोस्तों से चुगली करता है।

उदाहरण 5.

रमेश घर पर बिना कोई काम किये दिन भर वैसे ही पड़ा रहता है। जबकि उसका बड़ा भाई सुरेश काम करता है और सबकी जरूरत पुरी करता है। रमेश का घर पर बैठना सुरेश की पत्नी को बहोत खटकता है। इसीलिये वो हमेशा रमेश के खिलाफ सुरेश का कान भरती रहती है। रमेश के खिलाफ सुरेश को भड़काती है। इसे ही कहते है रमेश के खिकाफ सुरेश का “कान भरना”.

“कान भरना” इस मुहावर का अर्थ आपको समझ मे आगया होगा। फिर भी कोई कमी रह गयी हो तो नीचे कमेंट बॉक्स मे अपना सुझाव लिख सकते है।

… …धन्यवाद !

 

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