घी के दिये जलाना मुहावरे का क्या अर्थ है? /Ghee ke Diye Jalaana Muhavara Meaning in Hindi.

Ghee ke Diye Jalaana Muhavare ka Meaning in Hindi / घी के दिये जलाना मुहावरे का अर्थ।

मुहावरा - "घी के दिये जलाना"।
“घी के दिये जलाना” मुहावरे का व्याख्या –

“घी के दिये जलाना” यह हिंदी भाषा का एक बहुत ही लोकप्रिया मुहावरा है। इस मुहावरे का अर्थ अत्यधिक खुशियाँ मनाना होता है। या यूं कहे तो बहुत अधिक प्रसन्न होना होता है।

व्याख्या – किसानो के खेतो मे सुखा पड़ गया था। बारिश ना होने के कारण चारो तरफ हाहाकार मच गया। पर जब बारिश हुआ तो किसानो ने “घी के दिये जलाये”। किसानो ने बहुत खुशिया मनाई। किसानो का इस तरह से आनंद मंगल होकर खुशिया मनाने को ही “घी के दिये जलाना” कहते है।

Ghee ke Diye Jalaana Muhavare ka Arth / “घी के दिये जलाना” मुहावरे का अर्थ।

  • मुहावरा – “घी के दिये जलाना”।
    – (Muhavara : Ghee Ke Diye Jalaana).
  • हिंदी मे अर्थ – खुशी मानना / अत्यंत प्रसन्न होना / आनंद मंगल होना / बहुत अधिक खुशी मानना /हर्षोल्लास का अवसर (Joyous Occasion)।
    – (Meaning in Hindi : Khushi Manana / Atyant Prasann Hona / Anand Mangal Hona / Bahut Adhik Khushi Manana / Harshollas ka Avasar).

“घी के दिये जलाना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Ghee Ke Diye Jalaana Muhavare Ka Vaky Prayog.

“घी के दिये जलाना” इस मुहावरे का वाक्य प्रयोग नीचे दिये गये उदाहरण के माध्यम से समझा जा सकता है।

उदाहरण- 1.

हम सबको पता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चंद्र जी को चौदह वर्षो का बनवास हुआ था। उनके बनवास होने से अयोध्या नगरी मे मानों जैसे कोई विपदा आगयी हो। समय बीतता गया। प्रभु श्री राम जब वनवास से आये तो लोगो ने उनके स्वागत मे “घी के दिये जलाये”। अयोध्या नगरी के हर एक प्राणी ने अत्यधिक खुशिया मनाया। मतलब कि भगवान श्री राम के स्वागत मे अयोध्या नगरी के जन जन ने “घी के दिये जलाये”

उदाहरण- 2.

भावना कक्षा 10वी की छात्रा है। उसने अपनी बोर्ड की परीक्षा दे दी है। भावना और उसके घर वाले अब रिजल्ट का इंतज़ार कर रहे है। कुछ दिनों बाद जब रिजल्ट आया तो, उसमे भावना बहोत अच्छे अंको से पास हो गयी। भावना के 10वी की परीक्षा मे पास होने की खुशी मे उसके घर वालो ने “घी के दिये जलाये”। भावना ने भी बहुत खुशी मनायीं।

उदाहरण- 3.

अंगद अपने घर का एकलौता बेटा था। वह सबका प्यारा और दुलारा बेटा था। अंगद की सादी होने वाली थी। अंगद के सभी रिश्तेदार इंतज़ार कर रहे थे कि कब हमारी बहु घर मे आएगी। वह समय आगया जब अंगद की बारात निकली। और अगले दिन जब अंगद ने अपनी दुल्हन को घर लाया तो, सभी रिश्तेदारो ने दुल्हन के आने की खुशी मे “घी के दिये जलाये”। सब लोग बहुत बहुत अधिक खुशियां मनाई।

उदाहरण- 4.

अमित और कविता की सादी हुये लगभव 10 वर्ष हो चुके थे। पर उनको अभी संतान सुख की प्राप्ति नही हुयी थी। वो बहुत दुःखी जीवन जीते थे। हर तरफ से ताने सुनने को मिलते थे। फिर दोनो ने घर मे संतान प्राप्ति के लिए हवन करवाया। फिर हवन करवाने के दो साल के बाद उन्हे संतान सुख प्राप्त हुआ। अमित और कविता के जीवन मे संतान सुख प्राप्त होने पर दोनो ने घर मे “घी के दिये जलाये”। मतलब कि दोनो अत्यंत प्रसन्न थे। दूसरे शब्दो मे कहे तो जब अमित और कविता को संतान प्राप्ति हुई तो, उन्होंने घर मे बहोत खुशियां मनायीं। उनका अपने संतान के लिए खुशी मनाना ही “घी के दिये जलाना” कहलाता है।

उदाहरण- 5.

रमेश के घर मे कोई भी नौकरी करने वाला नही था। पर जब रमेश की नौकरी लगी तो सबने मिल कर घर “घी के दिये जलाये”। यानी कि घर के सभी सदस्यों ने अत्यधिक खुशिया मनाई।

हम आशा करते है कि आप को इस मुहावरे का अर्थ समझ मे आगया होगा। अपने सुझाव देने के लिए हमे कमेंट करें।

… … धन्यवाद !

 

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