चिकना घड़ा होना मुहावरे का क्या अर्थ है – Chikana Ghada Hona Muhavare Ka Meaning In Hindi.

Chikana Ghada Hona Muhavare Ka Meaning in Hindi / चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ।

मुहावरा - "चिकना घड़ा होना"।

“चिकना घड़ा होना” मुहावरे का व्याख्या।

“चिकना घड़ा होना” इस मुहावरे का मतलब निर्लज्ज होना अथवा बेशरम होना होता है।
व्याख्या – अखिल को कितना भी समझया जाता है कि किसी भी व्यक्ति पर अभद्र टिप्पड़ी मत करो। पर वो तो चिकने घड़े के समान है। अखिल पर किसी भी बात का कोई असर नही पड़ता है। इसी कारण अखिल को “चिकना घड़ा होना” कहना गलत नही है।

Chikana Ghada Hona Muhavare Ka Arth / “चिकना घड़ा होना” मुहावरे का अर्थ।

  • मुहावरा – “चिकना घड़ा होना”।
    – (Muhavara : Chikana Ghada Hona).
  • हिंदी मे अर्थ – निर्लज्ज होना / बेशरम होना / किसी बात का असर न पड़ना
    – (Meaning in Hindi : Nirlajj Hona / Besharam Hona / Kisi Bhi Baat ka Asar Na Padana).

“चिकना घड़ा होना” मुहावारे का वाक्य प्रयोग / Chikana Ghada Hona Muhavare Ka Vakya Prayog.

“चिकना घड़ा होना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग नीचे दिये गये उदाहरणों के माध्यम से समझा जा सकता है।

उदाहरण-1.

रोहन बिल्कुल चिकने घड़े के समान है। उसको विद्यालय से कोई भी गृहकार्य मिलता वह कभी भी उसे पुरा करके नही आता है। अध्यापक समझाते समझाते थक जाते पर रोहन पर किसी भी बात का कोई असर नही होता है। रोहन के माता पिता भी उसको हर तरीके से समझा चुके है, पर वो तो बिल्कुल ही निर्लज्ज हो गया है। इसीलिए रोहन पर “चिकना घड़ा होना” मुहावारा सटीक बैठता है।

उदाहरण-2.

राजू की मा ने राजू से कहा कि तुम उस दीपक के साथ मत रहा करो, वह अच्छा लड़का नही है। पर राजू तो चिकने घड़े के समान है। वह कहा अपनी मा की बात मानने वाला है। दीपक के साथ रह-रह कर राजू भी बिगड़ गया। राजू की मा ने लाखो कोशिशें की मनाने की, पर राजू पर कोई भी असर नही पड़ा। क्युकी अब तो वो एकदम निर्लज्ज और बेशरम हो चुका है। राजू का इस तरह से बेशरम होना ही “चिकना घड़ा होना” कहलाता है।

उदाहरण-3.

सैम एक दुकान से राशन के समान ले जाया करता था। पर ज्यादा बकाया हो जाने के कारण दुकानदार सैम को राशन देना बंद कर दिया। और दुकानदार ने सैम को बोला की तुम जल्दी बकाया चुका दो वरना मै तुमको सबके सामने लज्जित करूंगा। पर सैम पर दुकान वाले की किसी भी बात का कोई भी असर नही पड़ा।
एक दिन दुकान वाले ने सैम को बीच चौराहे पर ही बकाया राशि न चुकाने के लिए खूब लज्जित किया। पर सैम एक कान से सुनता और दूसरे से निकाल देता। क्योंकि अब तो सैम बेशर्म हो चुका था उसे कोई कुछ भी कह देता तो उसे कोई फर्क नही पड़ता। दूसरे शब्दो मे कहा जाये तो सैम पर किसी भी बात का कोई असर न पड़ना ही “चिकना घड़ा होना” कहलाता है।

उदाहरण-4.

एक गाँव मे एक कन्हैया नामक लड़का रहता था। वह बहोत शरारती था। कन्हैया किसी को कुछ भी कह देता था, और उसे भी कोई कुछ भी कह कर नीकल जाता था। कन्हैया स्वभाव से एकदम चिकने घड़े के समान तबा। अर्थात की कन्हैया बेशर्मो की तरह किसी भी घर के बहु बेटियों के साथ छेड़छाड़ कर देता था। या उनपर कोई भी टिप्पड़ी कर कर देता था। गाँव के सब लोगो ने कन्हैया को बहुत समझया की तुम ऐसे काम मत किया करो जिससे की तुम्हारी और तुम्हारे घर वालो की बदनामी हो। लेकिन कन्हैया पर गाँव वालो की बातो का कोई भी असर नही पड़ा। वह बेशर्मो की तरह सबकी बातो को अनदेखा कर देता था। कन्हैया की यही आदत यानी की उसपर किसी भी बात का कोई असर ना पड़ना ही “चिकना घड़ा होना” कहलाता है।

हमें उम्मीद है कि आपको इस मुहावारे का अर्थ समझ मे आगया होगा। फिर भी आपको समझाने मे हमसे कही कोई चुक हो गयी हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स के जरिये अपनी बातो को हमतक पहुचा सकते है।

… … धन्यवाद !

 

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