आंखे बिछाना मुहावरें का अर्थ क्या होता है- Aankhe Bichhaana Meaning in Hindi.

Aankhe Bichhaana Muhavara Meaning in Hindi / "आँखे बिछाना" मुहावरे का हिंदी मे अर्थ।

मुहावरा - "आंखे बिछाना"।

“आँखे बिछाना” मुहावरे की व्याख्या।
“आंखे बिछाना” इस मुहावरे का अर्थ यह है कि किसी का बेसब्री से इंतज़ार करना या प्रतीक्षा करना या यह कह सकते है की सत्कार करना।
अगर हमारे घर पर कोई मेहमान आने वाले रहते है तो हम उनका बेसब्री से इंतज़ार करते है। या यू कह लीजिये की हम उनके स्वागत मे “आंखे बिछाये” रहते है की वो कब आएंगे और हम उनका अतिथि सत्कार करेंगे।
“आंखे बिछाना” इस बुहावरे को आसान शब्दों मे समझा जाये तो हम यह कह सकते है की हम किसी से काफ़ी लम्बे समय से नही मिले हो और अचानक हमे उससे मिलने का अवसर मिले। इस मिलने की खुशी मे हम उनके लिए “आंखे बिछाये” रहते है।

Aankhe Bichhaana Muhavara Meaning in Hindi / “आँखे बिछाना” मुहावरे का हिंदी मे अर्थ।

  • मुहावरा – “आंखे बिछाना”।
  • मुहावरे का हिंदी में अर्थ – बेसब्री से इंतज़ार करना / हृदय से स्वागत करना / आदरपूर्वक स्वागत करना / किसी के प्रति सम्मान या प्रेम का भाव अपने हृदय में रखकर उसके आने की प्रतीक्षा करना। 

“आंखे बिछाना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Aankhe Bichhaana Muhavare ka Vaky Prayog.

उदाहरण 1.

एक छिड़िया अपने घोसले मे अंडे देती है। कुछ दिनों के बाद उन अंडो मे से बच्चे निकलते है। उन बच्चों के लिए भोजन की तलाश मे चिड़िया उन्हे अकेला छोड़ कर चली जाती है। चिड़िया भोजन लेकर कब आएगी ये उसके बच्चों को नही पता होता है। चिड़िया के बच्चे अपनी माँ की बेसब्री से इंतज़ार करते है कि माँ कब आएगी। वो आंखे बिछाये रहते है। इसी को हम “आंखे बिछाना” कहते है।

उदाहरण 2.

मकान मालिक जब किसी काम से बहार जाता है उसका कुत्ता भी उसके पीछे जाने लगता है। कुत्ता वफादार होता है। वह अपने मालिक को कही भी अकेले नही जाने देता है। मालिक उस कुत्ते को काफ़ी समझाता है कि वह जल्दी ही आजायेगा। मकान मालिक चला जाता है। कुत्ता अपने मालिक के इंतज़ार मे दरवाजे पर आंखे बिछा कर बैठ जाता है। या यूं कह सकते है कि मालिक के इंतज़ार मे “आंखे बिछाना”

उदाहरण 3.

एक भक्त को जब ये पता चला कि उसके गुरु किसी दिन उससे मिलने आने वाले है। इस खुशी मे भक्त हर रोज अपने गुरु की प्रतीक्षा मे “आंखे बिछा” कर बैठा रहता था। बेचारे भक्त को पता नही कि उसके गुरु कब आजायेंगे । भक्त अपने गुरु कर अतिथि सत्कार के लिए हर रोज इंतज़ार करता रहता। इसी को कहते है कि गुरु से मिलने कि खुशी मे भक्त का अपने गुरु के लिए “आंखे बिछाना”

उदाहरण 4.

हर रोज की तरह आज भी बच्चे अपने अध्यापक के लिए आंखे बिछा कर इंतज़ार कर रहे है कि उनके अध्यापक जल्दी ही आएंगे और उनको पढ़ायेंगे। इस वाक्य से हम समझ सकते है कि बच्चे अपने अध्यापक का इंतज़ार करते है। मतलब अपने अध्यापक के लिए बच्चों का “आंखे बिछाना”

उदाहरण 5.

जब दीपावली का त्योहार नजदीक आता है तो पत्नियां अपने पति के घर आने का इंतज़ार करती है। जिनके पति बहार रह कर काम करते है। और जब पत्नियों को ये पता चल जाता है कि उनके पति इस दिन आएंगे। तब वे उनके लिए “आंखे बिछाकर” बैठ जाती है। अतः हम ये कह सकते है कि पत्नियों का अपने पति के लिए “आंखे बिछाना”।

हम उम्मीद करते है कि जो लोग इसको पढ़ रहे है उनको इस मुहावरें का अर्थ अच्छे से समझ आगया होगा। अगर आपको को भी सुझाव देना हो तो कमेंट बॉक्स मे अपने सुझाव लिख सकते है।

 

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